IND vs ENG: कैसे राजकोट की पिच भारत से ज्यादा इंग्लैंड के पक्ष में हो सकती है?
जब कुलदीप यादव से पूछा जाएगा कि टेस्ट सीरीज में अब तक कोई अखाड़े (रैंक स्विचर) क्यों नहीं हैं, तो वह कहेंगे, “फील्ड का फैसला टीम प्रबंधन करता है। मैं नहीं।” दबाव डालने पर वह कहते, “बल्लेबाजी भी ज़रूरी है.” भारतीय हमलों की नाजुकता में पड़े बिना इसे वहीं छोड़ दें।
शायद मैदान पर टीम प्रबंधन के प्रभाव के बारे में वह उद्धरण सबसे बुरे रहस्यों के बारे में एक फ्रायडियन चूक थी। वास्तव में यह कोई रहस्य नहीं है, क्योंकि राहुल द्रविड़ की मैदान पर कई गतिविधियां और श्रोताओं के साथ उनकी लंबी बातचीत सभी सार्वजनिक रूप से की गई थीं।
पिच पिछली बार जब इंग्लैंड ने 2016 में एलिस्टर कुक के नेतृत्व में यहां टेस्ट खेला था, उससे ज्यादा अलग नहीं दिखती है। इंग्लैंड ने 3 विकेट पर 537 और 260 रन बनाए और भारत, जिसने 488 रन बनाए थे, उससे पहले अंतिम दिन लगभग ढह गया था। उन्हें विराट कोहली (नाबाद 49), आर अश्विन (नाबाद 32) और जड़ेजा (नाबाद 32) ने बचाया क्योंकि उनका स्कोर 6 विकेट पर 172 रन था। (और पढ़ें)
Lalith Kalidas
2024-02-15 08:16:23